Gold prices suddenly fell, the rate of 10 grams of gold remained this much

अचानक धड़ाम से गिरे सोने के दाम, इतने रह गए 10 ग्राम गोल्ड के रेट Gold prices suddenly fell, the rate of 10 grams of gold remained this much

gold price down

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Gold Rate: 14 अप्रैल 2025 को सर्राफा बाजार में सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है. पिछले कुछ दिनों से सोने की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही थी, जिससे आम लोगों के लिए सोना खरीदना मुश्किल हो रहा था. लेकिन आज अचानक आई इस गिरावट ने खरीदारों को राहत दी है. आज दिल्ली के सर्राफा बाजार में 22 कैरेट सोने की कीमत 87,840 रुपये प्रति 10 ग्राम है, जबकि 24 कैरेट सोना 95,810 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है. यह गिरावट अंबेडकर जयंती के दिन आई है, जिसका फायदा त्योहारी सीजन में सोना खरीदने वालों को मिल सकता है. मुंबई समेत अन्य प्रमुख शहरों में सोने की कीमतें देश की आर्थिक राजधानी माने जाने वाले मुंबई में भी सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है. मुंबई में 22 कैरेट सोना 87,690 रुपये और 24 कैरेट सोना 95,660 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है. इसी तरह चेन्नई में 22 कैरेट सोना 87,680 रुपये और 24 कैरेट सोना 95,670 रुपये प्रति 10 ग्राम पर है। कोलकाता में 22 कैरेट सोना 85,680 रुपये और 24 कैरेट सोना 95,670 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है। अप्रैल के पहले पखवाड़े में यह पहली बार है जब सोने की कीमतों में इतनी गिरावट देखी गई है।

उत्तर भारत के शहरों में सोने की कीमतें

उत्तर भारत के प्रमुख शहरों में भी सोने की कीमतों में इसी तरह की गिरावट देखी गई है। जयपुर, नोएडा, गाजियाबाद और लखनऊ में 22 कैरेट सोना 87,850 रुपये और 24 कैरेट सोना 95,820 रुपये प्रति 10 ग्राम पर समान रूप से कारोबार कर रहा है। पटना में भी सोने की कीमतों में गिरावट आई है, जहां 22 कैरेट सोना 87,680 रुपये और 24 कैरेट सोना 95,670 रुपये प्रति 10 ग्राम पर है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह गिरावट अस्थायी हो सकती है और आने वाले दिनों में सोने की कीमतों में फिर से बदलाव हो सकता है।

चांदी की कीमतों में भी गिरावट

सोने के साथ-साथ चांदी की कीमतों में भी गिरावट आई है। 14 अप्रैल 2025 को चांदी की कीमत में 100 रुपये की गिरावट आई है, जिसके बाद चांदी की कीमत 99,900 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई है। पिछले कुछ हफ्तों में चांदी की कीमतों में यह पहली बड़ी गिरावट है। विशेषज्ञों का मानना ​​है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी की मांग में कमी आने के कारण यह गिरावट आई है। हालांकि, आने वाले त्योहारी सीजन में चांदी की मांग बढ़ने की उम्मीद है, जिससे इसकी कीमतों में फिर से तेजी आ सकती है।

सोने की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण

विशेषज्ञों के अनुसार, हाल के दिनों में सोने की कीमतों में बढ़ोतरी का मुख्य कारण अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते व्यापार तनाव और टैरिफ हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में बढ़ोतरी का सीधा असर भारतीय बाजार पर भी पड़ता है। भारत में सोने की कीमतें वैश्विक दरों, आयात शुल्क, कर और रुपये की विनिमय दर के आधार पर तय होती हैं। इन सभी कारकों में कोई भी बदलाव सोने की कीमत को प्रभावित करता है। हाल के दिनों में वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता के कारण निवेशक सुरक्षित निवेश के तौर पर सोने की ओर आकर्षित हुए हैं।

सोना खरीदने का सुनहरा मौका

विशेषज्ञों का कहना है कि मौजूदा समय सोना खरीदने का अच्छा मौका हो सकता है। अगर कोई व्यक्ति लंबे समय से सोना खरीदने की योजना बना रहा था, तो मौजूदा कीमतों पर सोना खरीदना फायदेमंद हो सकता है। हालांकि, अल्पकालिक निवेश के लिए बाजार की स्थिति का बारीकी से अध्ययन करना जरूरी है। 2025 के अंत तक सोने की कीमतों में और बदलाव देखने को मिल सकते हैं। अगर आप भी सोना खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो आज आपके लिए सुनहरा मौका हो सकता है। सोने की कीमतें कैसे तय होती हैं

भारतीय सर्राफा बाजार में सोने की कीमतें रोजाना अपडेट होती हैं। सोने की कीमत तय करने में कई कारक अहम भूमिका निभाते हैं। इनमें अंतरराष्ट्रीय बाजार की कीमतें, सरकारी नीतियां, टैक्स दरें और रुपये की विनिमय दर शामिल हैं। आज के समय में सोना सिर्फ आभूषण ही नहीं बल्कि एक अच्छा निवेश विकल्प भी माना जाता है। भारतीय संस्कृति में सोने का खास महत्व है और यह हमारी परंपराओं और त्योहारों का अभिन्न अंग है। इसलिए सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव आम लोगों के लिए अहमियत रखता है।

भविष्य के लिए विश्लेषकों की भविष्यवाणी

विश्लेषकों के मुताबिक, आने वाले दिनों में सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है। वैश्विक अर्थव्यवस्था की स्थिति, भू-राजनीतिक तनाव और केंद्रीय बैंकों की नीतियों के आधार पर सोने की कीमतें बदलती रहेंगी। भारतीय बाजार में त्योहारी सीजन के करीब आने के साथ ही सोने की मांग बढ़ने की संभावना है, जिससे कीमतों पर दबाव बढ़ सकता है। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे सोने में निवेश करने से पहले बाजार की स्थिति का विश्लेषण करें और अपने वित्तीय लक्ष्यों के अनुसार निर्णय लें।

अस्वीकरण

यह लेख केवल सूचना के उद्देश्य से प्रकाशित किया गया है। सोने और चांदी की कीमतें नियमित रूप से बदलती रहती हैं। कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले कृपया विशेषज्ञों से परामर्श लें।

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