नई टैक्स व्यवस्था में आप इन 5 तरीकों से बचा सकते हैं काफी टैक्स जानिए काम की बात नई टैक्स व्यवस्था

नई टैक्स व्यवस्था में आप इन 5 तरीकों से बचा सकते हैं काफी टैक्स जानिए काम की बात नई टैक्स व्यवस्था

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नई टैक्स व्यवस्था: आज के समय में हर नौकरीपेशा व्यक्ति को अपनी आय पर इनकम टैक्स देना होता है। हालांकि, अब नई टैक्स व्यवस्था लागू होने से टैक्स बचाने के नए-नए मौके मिल रहे हैं। नई टैक्स व्यवस्था के तहत आयकर विभाग ने कई बदलाव किए हैं, जिनका फायदा उठाकर आप अपने टैक्स में काफी बचत कर सकते हैं। यह जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है, खासकर तब जब आप अपने वित्त की योजना बनाने की सोच रहे हों। आइए विस्तार से जानते हैं कि नई टैक्स व्यवस्था में आप कैसे अपना टैक्स बचा सकते हैं।

नई टैक्स व्यवस्था का डिफ़ॉल्ट सिस्टम

वित्त वर्ष 2024-25 से नई टैक्स व्यवस्था को भारत में डिफ़ॉल्ट टैक्स सिस्टम बना दिया गया है। इसका मतलब यह है कि अगर आप पुरानी टैक्स व्यवस्था को खास तौर पर नहीं चुनते हैं, तो आपका टैक्स अपने आप नई टैक्स व्यवस्था के हिसाब से कैलकुलेट हो जाएगा। नई व्यवस्था में टैक्स स्लैब की दरें कम कर दी गई हैं, जिससे आपका टैक्स का बोझ कम हो सकता है। हालांकि, इसमें पुरानी व्यवस्था के कुछ लाभ जैसे धारा 80सी, 80डी, एचआरए या होम लोन पर ब्याज में छूट नहीं मिलती है।

किसको फायदा होगा और किसको नुकसान

नई कर व्यवस्था से मुख्य रूप से उन लोगों को फायदा होगा जिन्होंने पुरानी व्यवस्था में ज्यादा कर लाभ का दावा नहीं किया था। अगर आप पहले से ही कम कर लाभ का उपयोग कर रहे थे, तो नई कर व्यवस्था में आपकी कर बचत अधिक हो सकती है। इसके विपरीत, जो लोग पुरानी व्यवस्था के तहत 80सी, एचआरए या होम लोन जैसी छूट का पूरा लाभ उठा रहे थे, उन्हें नई कर व्यवस्था में अधिक कर देना पड़ सकता है। इसलिए, यह बेहद जरूरी है कि आप दोनों विकल्पों में अपनी कर देयता गणना की सही तुलना करें।

कर गणना के लिए उपयोगी सुझाव

नई और पुरानी कर व्यवस्था के बीच चयन करने से पहले, अपने कर की सही गणना करना आवश्यक है। आप ऑनलाइन कर कैलकुलेटर का उपयोग कर सकते हैं, जो आपको दोनों व्यवस्थाओं के बीच तुलना करने में मदद करेगा। अपनी सैलरी स्लिप, निवेश प्रमाण और अन्य आय विवरण जैसे दस्तावेज़ तैयार रखें। इससे आपको यह समझने में मदद मिलेगी कि कौन सी कर व्यवस्था आपके लिए अधिक फायदेमंद है। याद रखें, हर व्यक्ति की वित्तीय स्थिति अलग होती है, इसलिए दूसरों की नकल करने के बजाय अपनी परिस्थितियों के अनुसार निर्णय लें।

पैसे बचाने के पाँच स्मार्ट तरीके

1. दीर्घकालिक लक्ष्यों के लिए निवेश करें

नई कर व्यवस्था में धारा 80सी के लिए निवेश करने का दबाव नहीं है, लेकिन भविष्य के लिए योजना बनाना अभी भी उतना ही महत्वपूर्ण है। अपने दीर्घकालिक लक्ष्यों के लिए SIP, म्यूचुअल फंड, PPF या डेट फंड जैसे विकल्पों में निवेश करें। याद रखें, टैक्स बचाना आपके भविष्य को सुरक्षित करने जितना ही महत्वपूर्ण है। ये निवेश आपको लंबे समय में अच्छा रिटर्न दे सकते हैं और आपके वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में आपकी मदद कर सकते हैं।

2. उच्च ब्याज वाले ऋणों का भुगतान करें

यदि आपके पास क्रेडिट कार्ड बकाया या व्यक्तिगत ऋण है, तो नई कर व्यवस्था से बचाए गए पैसे का उपयोग इन ऋणों का भुगतान करने के लिए करें। उच्च ब्याज वाले ऋण आपके वित्तीय स्वास्थ्य पर दबाव डालते हैं और आपके अन्य वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में बाधा बनते हैं। ऋणों का भुगतान करने से आपका वित्तीय बोझ कम होगा और आप अधिक वित्तीय स्वतंत्रता महसूस करेंगे। इसके अलावा, यह आपके क्रेडिट स्कोर को बेहतर बनाने में भी मदद करेगा।

3. आपातकालीन निधि बनाएँ या बढ़ाएँ

नई कर व्यवस्था से बचाए गए पैसे का इस्तेमाल अपने आपातकालीन निधि को बनाने या बढ़ाने के लिए करें। वित्तीय विशेषज्ञों का सुझाव है कि आपके पास आपातकालीन निधि में कम से कम 6-12 महीने के खर्च के लिए पैसे होने चाहिए। यह निधि आपके जीवन में अप्रत्याशित परिस्थितियों जैसे नौकरी छूटने, स्वास्थ्य समस्याओं या अन्य वित्तीय संकटों के समय आपका सहारा बनेगी। आप इस राशि को बचत खाते या लिक्विड फंड में रख सकते हैं, जहाँ से आप आसानी से पैसे निकाल सकते हैं।

4. सही बीमा कवर लें

अपने और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए सही स्वास्थ्य और टर्म लाइफ़ बीमा लें, न कि कर बचाने के उद्देश्य से। अगर आपका मौजूदा बीमा कवरेज पर्याप्त नहीं है, तो नई कर व्यवस्था से बचाए गए पैसे का इस्तेमाल अपने बीमा कवरेज को बढ़ाने के लिए करें। याद रखें, एक अच्छा बीमा कवर आपके परिवार को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है और आपको मानसिक शांति देता है। बीमा चुनते समय अपनी ज़रूरतों और बजट को ध्यान में रखें।

5. अपस्किलिंग में निवेश करें

नए कौशल सीखने या मौजूदा कौशल को बेहतर बनाने में निवेश करें। अपस्किलिंग आपकी कमाई की क्षमता को बढ़ाने और आपके करियर में आगे बढ़ने के अवसर प्रदान करने में मदद कर सकती है। आप ऑनलाइन कोर्स, वर्कशॉप या प्रोफेशनल सर्टिफिकेशन में निवेश कर सकते हैं। याद रखें, अपने कौशल में निवेश करना आपके भविष्य में निवेश करने के समान है, जो लंबे समय में बेहतर वित्तीय परिणाम दे सकता है।

सावधानी से निर्णय लें

नई कर व्यवस्था में जाने से पहले अपनी वित्तीय स्थिति का सावधानीपूर्वक विश्लेषण करें। नई प्रणाली सभी के लिए फायदेमंद नहीं हो सकती है। अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लें और अपनी व्यक्तिगत परिस्थितियों के आधार पर निर्णय लें। याद रखें, कर बचाना महत्वपूर्ण है, लेकिन अपने वित्तीय भविष्य की योजना बनाना और भी महत्वपूर्ण है। सही निवेश और वित्तीय निर्णय आपको दीर्घकालिक समृद्धि प्राप्त करने में मदद करेंगे।

अस्वीकरण

यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से प्रकाशित किया गया है और इसे वित्तीय या कर सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कर नियम और विनियम समय के साथ बदल सकते हैं, इसलिए निर्णय लेने से पहले कृपया अपने वित्तीय सलाहकार या कर विशेषज्ञ से सलाह लें। इस लेख में दी गई जानकारी के आधार पर लिए गए किसी भी निर्णय या कार्रवाई के लिए लेखक या प्रकाशक जिम्मेदार नहीं होंगे। अपनी व्यक्तिगत वित्तीय स्थिति के आधार पर सोच-समझकर निर्णय लें।

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