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Fourth Grade Bharti Rajasthan

चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भर्ती : एक लाख अभ्यर्थी आवेदन से वंचित, तिथि बढ़े तो मिले राहत, कल बोर्ड कार्यालय पर आंदोलन की चेतावनी ✅

Rajasthan Police Constable recruitment

राजस्थान पुलिस आवेदन प्रक्रिया शुरू…

राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल (सामान्य, चालक, बैंड एवं ऑपरेटर) & दूरसंचार ऑपरेन्टर भर्ती-2025 (कुल 9617 पद) के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू, आवेदन करने हेतु नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।✅

Online Application Form Apply Link👇🏻
https://recruitment2.rajasthan.gov.in/

Or

Login To Sso id

शैक्षणिक योग्यता : 12वीं + CET 12TH पास

Note : ऑनलाइन आवेदन 28 अप्रैल से 17 मई 2025 तक भरे जाएंगे। भर्ती से संबंधित अन्य जानकारी हेतु विस्तृत विज्ञापन फाइल का अध्ययन करें।

SHEKHAWATI UNIVERSITY PG TIME TABLE

📌शेखावाटी यूनिवर्सिटी ने (P.G) M.A प्रवेश व फाइनल ईयर मुख्य परीक्षा का टाइम टेबल जारी कर दिया है

https://shekhauni.ac.in/Uploadfile/News/News_9c44ee5f-b4f2-4621-b92c-32e5ee9d212e_PROGRAMME%20OF%20EXAMINATION%20P.G.2025%20(ARTS).pdf

LAST DATES OF INPORTANT FORMS

निम्न फॉर्म की अंतिम तिथि आज और कल..

🅱️ RSSB परिचालक (RSRTC) सीधी भर्ती-2024 (कुल 500 पद) के लिए ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 25.04.2025

🅱️ राजस्थान PTET-2025 (02 वर्षीय बीएड प्रवेश परीक्षा) के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि 25.04.2025

🅱️ चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भर्ती के आवेदन में संशोधन , यदि आवेदन में किसी प्रकार की कोई गलती हुई हो तो संशोधन कर सकते हो.. अंतिम दिनांक 26.04.2025

🅱️ Indian Army Agniveer भर्ती 2025 : भाटी ई मित्र। योग्यता : 8वी/10वी/12वी पास, परीक्षा का आयोजन जून माह में किया जाएगा। अन्तिम दिनांक 25.04.2025

🅱️ BSTC 2025: राजस्थान प्री-डीएलएड परीक्षा 2025 के लिए ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 26.04.2025

🅱️ BSTC आवेदन फॉर्म में सुधार करने की अंतिम दिनांक 28/04/2025

Farmer ID Registry Portal

Farmer Registry Portal: फार्मर आईडी रजिस्ट्रेशन, लिस्ट, स्टैटस, डॉउनलोड – Farmer Registry


केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2024-25 में डिजिटल एग्रीकल्चर प्लेटफॉर्म की घोषणा की, जिसमें सभी किसानों से जुड़ी जानकारी को एक ही जगह पर समेकित करने की योजना है। इसके तहत सरकार ने पहले ही Agri Stack Portal लॉन्च किया है। यह पोर्टल किसानों को जमीन रजिस्ट्रेशन सिस्टम से जोड़ते हुए उन्हें किसान यूनिक आईडी (Kisan Unique ID) प्रदान करेगा।इस लेख में, हम Farmer Registry Agristack Portal State Wise के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे, साथ ही Farmer Regitry के उद्देश्य, इसके लाभ, रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया और इससे जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)। की जानकारी प्रदान करेंगे।

Farmer Registry Portal भारत सरकार द्वारा विकसित एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जो किसानों की जानकारी को एक केंद्रीकृत डेटाबेस में संगठित करता है। इसके तहत किसानों की पहचान, भूमि रिकॉर्ड, फसल डेटा, ऋण, और सरकारी योजनाओं का विवरण दर्ज किया जाएगा।

इस पोर्टल पर रजिस्टर करने के बाद, किसानों को एक Farmer ID दी जाती है, जो उनकी यूनिक पहचान होती है। इस Farmer ID के माध्यम से किसान न केवल योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं, बल्कि अपनी भूमि और फसल से संबंधित जानकारी भी देख सकते हैं।

AgriStack  Farmer Regitry Portal Overview 

विभाग का नाम कृषि विभाग,कृषि उपकरण
पोर्टल का नाम  किसान फार्मर रजिस्ट्री पोर्टल
श्रेणी का नाम सरकारी योजना
कार्ड का नाम  किसान कार्ड
प्रक्रिया ऑनलाइन/आफलाइन
ऑफिशियल वेबसाइट

एग्री स्टैक फार्मर रजिस्ट्री के घटक

1. किसान रजिस्ट्री (Farmer Registry)
किसान रजिस्ट्री एक केंद्रीकृत डेटाबेस है जो किसानों की विस्तृत जानकारी संग्रहीत करता है। इसमें किसानों के व्यक्तिगत विवरण, भूमि स्वामित्व और फसल पैटर्न से जुड़ी जानकारी शामिल होती है। इस रजिस्ट्री के माध्यम से कृषि सेवाओं और सरकारी योजनाओं का कुशल प्रबंधन और लाभ वितरण सुनिश्चित किया जाता है।

2. डिजिटल फसल सर्वेक्षण (Digital Crop Survey)
डिजिटल फसल सर्वेक्षण एक पहल है जो विभिन्न क्षेत्रों में बोई गई फसलों और सिंचाई विधियों का सटीक डेटा एकत्र करता है। यह सर्वेक्षण फसल पैटर्न को समझने और कृषि क्षेत्र में सुधारात्मक कदम उठाने के लिए उपयोगी है। इससे किसानों को उनकी फसलों के लिए बेहतर योजनाएं बनाने में मदद मिलती है।

3. एकीकृत किसान सेवा इंटरफेस (Unified Farmer Service Interface – UFSI)
एकीकृत किसान सेवा इंटरफेस एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जिसे प्रौद्योगिकी भागीदारों के सहयोग से विकसित किया गया है। इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से किसानों को एक ही इंटरफेस पर मौसम पूर्वानुमान, बाजार की कीमतों और सलाहकार सेवाओं जैसी कई सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। यह सुविधा किसानों को कृषि से जुड़ी हर जानकारी तक सरलता से पहुंचने में मदद करती है।

Farmer Registry Portal के लाभ

  1. सरकारी योजनाओं तक सीधी पहुंच
    • पीएम किसान सम्मान निधि, फसल बीमा योजना जैसी योजनाओं का लाभ सीधे किसानों को मिलेगा।
  2. डिजिटल मार्केटिंग और MSP
    • किसानों को अपनी उपज का सही मूल्य प्राप्त करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) का लाभ उठाने में मदद मिलेगी।
  3. डिजिटल कृषि का समर्थन
    • किसानों को नवीनतम कृषि तकनीक और डिजिटल सेवाओं का लाभ मिलेगा।
  4. पारदर्शिता और डेटा प्रबंधन
    • किसानों के डेटा को डिजिटल रूप में संरक्षित किया जाएगा, जिससे योजनाओं का लाभ उठाने में पारदर्शिता आएगी।
  5. सटीक निर्णय लेने में सहायता
    • फसल की स्थिति, बाजार की मांग और सरकारी सहायता की जानकारी समय पर मिलने से किसान बेहतर निर्णय ले सकेंगे।

AgriStack Farmer Registry Portal State Wise 

State Farmer Registry Portal
AgriStack Gujarat gjfr.agristack.gov.in/
AgriStack Uttar Pradesh upfr.agristack.gov.in/
AgriStack Maharashtra mhfr.agristack.gov.in/
AgriStack Madhya Pradesh mpfr.agristack.gov.in/
AgriStack Andhra Pradesh apfr.agristack.gov.in/
AgriStack Assam asfr.agristack.gov.in/
AgriStack Rajasthan rjfr.agristack.gov.in

Farmer Id Registration Documents List 

  • भूमि रिकॉर्ड
  • आधार कार्ड
  • पैन कार्ड
  • बैंक खाता विवरण
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • मोबाईल नंबर
  • किसान प्रमाण पत्र
  • निवास प्रमाण पत्र
  • आय प्रमाण पत्र
  • https://farmerregistryportal.com/

इन दस्तावेजों के साथ आवेदन करने से प्रक्रिया में आसानी होगी और आपकी पहचान और योग्यता की पुष्टि भी होगी।


Agri Stack Farmer Registry Portal पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया

आप सभी को बता दूं कि अलग अलग राज्य में फॉर्मर आईडी बनाने के लिए सरकार के द्वारा अलग अलग पोर्टल तैयार किए गए है। बाकी सभी का प्रोसेस एक जैसे ही है। इसलिए आप दिए गए स्टेप को फ्लो करे।

Google पर अपने राज्य का Farmer Registry Portal ढूंढें। उदाहरण: “Farmer Registry MP” या “Farmer Registry UP” , Farmer Registry Rajasthan 

जिस राज्य का पोर्टल नही आया है उनका ऑफलाइन शुरू हो गया। या जल्द आ जायेगा ।

फार्मर रजिस्ट्री कैसे करें?

फार्मर रजिस्ट्री अब ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से पूरी की जा सकती है। देश के किसान घर बैठे Farmer Registry कर सकते हैं। इसके लिए आपको केवल अपने राज्य के AgriStack Portal  पर जाकर आवेदन करना होगा। नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करके आप आसानी से रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।

Farmer ID Registration 

  • सबसे पहले अपने राज्य के Agristack पोर्टल पर जाएं:
  • Home Page पर Log In as में Farmer सेलेक्ट करें।
  • Create New User Account पर क्लिक करें।
  • अब किसान अपना  Aadhaar Card Number दर्ज करें और Submit पर क्लिक करें।
  • आधार कार्ड में लिंक मोबाइल नंबर पर OTP भेजा जाएगा। OTP का सत्यापन करें।
  • अब आपके सामने आधार से जुड़ी सभी जानकारी स्वतः दिखाई देगी।
  • मोबाइल का सत्यापन होने के बाद आपको पासवर्ड बनाने का ऑप्शन मिल जायेगा।
  • आपको एक पासवर्ड को बना लेना और Create My Account पर क्लिक कर देना है।
  • आपका आकउंट सफलतापूर्वक बन जायेगा।

लॉगिन और फार्मर रजिस्ट्री प्रोसेस:

  • अब आधार कार्ड से पहले ही भरी जानकारी आपके सामने आ जायेगी।
  • आपको कुछ अतिरिक्त जानकारी जैसे:
  • किसान की केटेगरी
  • गांव का नाम भरना होगा।
  • आपको किसान की केटेगरी को सेलेक्ट करेंगे, किसान का गांव सेलेक्ट करेंगे।
  • अब आपको किसान की जमीन की जानकारी देनी होगी।
  • Fetch Land Details पर क्लिक करना है और अपने जिले, तहसील और गांव को सेलेक्ट कर लेंगे है।
  • Survey Number में खसरा संख्या/ गाटा संख्या को दर्ज करेंगे और Sub Survey Number में यूनिक गाटा संख्या को दर्ज करेंगे जो कि आपको नहीं खतौनी डाउनलोड करने पर आसानी से मिल जाएगी।
  • submit करने पर खतौनी में सभी किसानो के नाम आ जायेंगे आपको अपने किसान का नाम को सेलेक्ट करना है और add पर क्लिक करना है।
  • उसके बाद अगर आपकी और भी जमीन होती है तो आपको इसी तरह से एक-एक करके उन्हें भी जोड़ लेना है।
  • सभी जमीन जुड़ने के बाद Verify All land पर क्लिक करना है।
  • अब आपको नीचे सभी Declaration को सेलेक्ट करके, सबमिट पर क्लिक कर देना है।
  • आपका आवेदन सफलतापूर्वक सबमिट हो जायेगा।

KYC और eSign प्रक्रिया

  • अब आपको eSign करने के लिए Aadhaar OTP विकल्प को चुनें और आगे बढ़ें।
  • आधार नंबर दर्ज करें और OTP का सत्यापन करें।
  • eSign पूरा होने के बाद Farmer Registry पूरी हो जाएगी।
  • Enrollment Number प्राप्त करें:
  • रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक Enrollment Number मिलेगा।
  • इसकी मदद से आप अपने Farmer Registry Status चेक कर सकते हैं।

लॉगिन और फार्मर रजिस्ट्री प्रोसेस:

अगर ये सब नही हो पा रहा है तो अपने नजदीकी CSC सेंटर पर जाये और अपना रजिस्ट्रेशन कराये

Agristack Farmer Registry Status Check

  1. सबसे पहले आप सभी किसान भाइयों को अपने राज्य के फॉर्मर रजिस्ट्री पोर्टल पर जाना होगा।
  2. Check Enrollment Status पर क्लिक करें।
  3. आधार नंबर या Enrollment Number दर्ज करें।
  4. Check पर क्लिक करने के बाद farmer Id Status स्क्रीन पर दिखाई देगी।

Farmer Registry Download Online 

किसान आईडी कार्ड (Farmer ID Card) का पीडीएफ डाउनलोड करना एक आसान प्रक्रिया है। इसके लिए आपको राज्य सरकार या केंद्र सरकार के कृषि पोर्टल का उपयोग करना होगा। नीचे दिए गए चरणों का पालन करके आप Farmer ID Card PDF डाउनलोड कर सकते हैं:

  • अपने राज्य के कृषि पोर्टल पर जाएं
  • पोर्टल पर “Farmer Login” या “किसान लॉगिन” सेक्शन का चयन करें।
  • अपनी रजिस्टर्ड डिटेल्स (आधार नंबर/मोबाइल नंबर) और पासवर्ड का उपयोग करें।
  • लॉगिन के बाद, “Farmer ID Card” या “किसान कार्ड” के विकल्प पर क्लिक करें।
  • यहां पर आपका किसान आईडी कार्ड दिखाई देगा।
  • कार्ड के पास दिए गए “Download PDF” या “Print” विकल्प पर क्लिक करें।
  • फाइल को अपने मोबाइल या कंप्यूटर में सेव करें।

Farmer Registration List देखने की प्रक्रिया

राज्य के पोर्टल पर जाएं

अपने राज्य के Agristack Farmer Registry Portal पर जाएं।

लॉगिन करें

  • लॉगिन पेज पर जाएं।
  • Mobile Number और Password दर्ज करें।
  • Captcha Code भरें और लॉगिन पर क्लिक करें।

रजिस्ट्रेशन लिस्ट पर जाएं

  • लॉगिन करने के बाद Farmer Registration List या किसान सूची ऑप्शन पर क्लिक करें।
  • अपने जिले, ब्लॉक, और गांव का चयन करें।

जानकारी दर्ज करें

  • आधार नंबर या रजिस्ट्रेशन नंबर दर्ज करें।
  • Search पर क्लिक करें।

अपनी डिटेल्स जांचें

  • आपके रजिस्ट्रेशन की स्थिति और सूची दिखाई देगी।
  • यहां आप अपना नाम, भूमि की जानकारी, और रजिस्ट्रेशन डिटेल्स देख सकते हैं।

FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)

1. Farmer Registry Portal क्या है?

FarmerRegistryPortal.com एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जो किसानों की जानकारी को एक केंद्रीकृत डेटाबेस में संग्रहित करता है और उन्हें सरकारी योजनाओं से जोड़ता है।

2. Farmer ID क्या है?

Farmer ID एक यूनिक पहचान संख्या है, जिसे Farmer Registry Portal पर पंजीकरण के बाद किसानों को प्रदान किया जाता है।

3. रजिस्ट्रेशन के लिए कौन-कौन से दस्तावेज जरूरी हैं?
  • आधार कार्ड
  • भूमि रिकॉर्ड
  • आधार से लिंक मोबाइल नंबर
4. क्या Farmer ID से योजनाओं का लाभ उठाना आसान है?

हां, Farmer ID से किसान सीधे सरकारी योजनाओं और सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।

5. क्या Farmer ID सभी राज्यों में उपलब्ध है?

जी हां, Farmer Registry Portal के माध्यम से सभी राज्यों में Farmer ID जारी की जा रही है।


निष्कर्ष

Farmer Registry Portal भारतीय किसानों के लिए डिजिटलीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल सरकारी योजनाओं का लाभ उठाना आसान होगा, बल्कि किसानों को उनकी फसल और भूमि की सटीक जानकारी भी समय पर मिलेगी। अगर आप किसान हैं, तो तुरंत इस पोर्टल पर रजिस्टर करें और अपनी Farmer ID प्राप्त करें।

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NEET (UG)-2025 Exam City Intimation

💁NEET (UG)-2025 : 04 मई 2025 को आयोजित होने वाली परीक्षा के लिए Exam City से संबंधित जानकारी नीचे दिए गए लिंक से देखें ✅

https://neet.nta.nic.in/advanced-city-intimation-for-neetug-2025-is-live/

Note : ऊपर दिए गए लिंक पर क्लिक कर “NEET (UG)-2025 Exam City Intimation” Option पर क्लिक कर “Application No, Password एवं Captcha” Fill कर “Submit” Option पर क्लिक कर आप Exam City से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी देख सकते हैं।

Rajasthan Pashu Paricharak Answer Key Release-24-january/

राजस्थान पशु परिचर भर्ती के लिए ऑफिशियल ग्रुप से आंसर की 24 जनवरी को जारी कर दी गई है जिन भी अभ्यर्थियों ने परीक्षा में भाग लिया है वह सभी अभ्यर्थी अब अपनी ऑफिशल आंसर की  चेक कर सकते हैं और पता लगा सकते हैं कि उनके कितने प्रश्न सही है और कितने प्रश्न गलत है।

राजस्थान पशु परिचर भर्ती के लिए परीक्षा का आयोजन समाप्त होने के बाद से ही सभी अभ्यर्थी बेसब्री से ऑफिशल आंसर की का इंतजार कर रहे थे राजस्थान पशु परिचर भर्ती के लिए परीक्षा का आयोजन राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की तरफ से किया गया था यह भारती लगभग 5934 पदों के लिए आयोजित करवाई जा रही है जिसके लिए ऑफिशल आंसर की जारी कर दी गई है इसके लिए योग्यता दसवीं पास रखी गई थी।

राजस्थान पशु परिचर भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन 19 जनवरी से लेकर 17 फरवरी तक भरे गए थे ऑनलाइन आवेदन समाप्त होने के बाद में इसके लिए परीक्षा का आयोजन 1 दिसंबर 2 दिसंबर और 3 दिसंबर को किया गया था परीक्षा के बाद में 24 जनवरी को ऑफिशियल उत्तर कुंजी जारी की है जिसके अंदर कोई भी अभ्यर्थी जिसको उत्तर कुंजी पर आपत्ति है वह 28 जनवरी से लेकर 30 जनवरी 2025 तक अपनी आपत्ति दर्ज करवा सकते हैं आपत्ति के लिए आपको निर्धारित शुल्क ₹100 का भुगतान करना पड़ेगा।

राजस्थान पशु परीक्षा आंसर की चेक करने की प्रक्रिया

राजस्थान पशु परिचर भर्ती के लिए ऑफिशियल ग्रुप से उत्तर कौन सी जारी होने के पश्चात आप नीचे दी गई प्रक्रिया की सहायता से अपनी उत्तर कुंजी चेक कर सकते हैं।

 

सबसे पहले आपको राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ऑफिशल वेबसाइट पर विकसित कर देना है यहां पर विकसित करने के पश्चात आपको आंसर की के क्षेत्र पर क्लिक करना है।

इसके पश्चात यहां पर आपको एनिमल अटेंडेंट 2023 वैकेंसी का नाम दिखाई देगा इसके ऊपर एक बार क्लिक करके अपने उत्तर कुंजी डाउनलोड कर लेनी है।

राजस्थान पशु परिचर भर्ती आंसर की डाउनलोड करने के लिए यहां क्लिक करें

राजस्थान पशु परिचर भर्ती के लिए नोटिस डाउनलोड करने हेतु यहां क्लिक करें।

SYLLABUS FOR EXAMINATION FOR THE POST OF SR. TEACHER POLITICAL SCIENCE

व्याख्याता (स्कूल शिक्षा) पद के लिए परीक्षा का पाठ्यक्रम

राजनीति विज्ञान पेपर – II

भाग – I वरिष्ठ माध्यमिक स्तर www.sarkaripariksha.net

  • राजनीतिक सिद्धांत: अर्थ और इसके
  • अवधारणाएँ: अधिकार, स्वतंत्रता, समानता, न्याय,
  • भारतीय संविधान: संविधान सभा, प्रस्तावना, संविधान की मुख्य विशेषताएं, मौलिक अधिकार, राज्य नीति के निर्देशक सिद्धांत।
  • संघवाद: भारत में सिद्धांत और व्यवहार, केंद्र-राज्य में उभरते रुझान
  • संघ सरकार: राष्ट्रपति, प्रधान मंत्री और मंत्रिपरिषद, संसद, सर्वोच्च न्यायालय।
  • राज्य सरकार: राज्यपाल, मुख्यमंत्री और मंत्रिपरिषद, विधानमंडल, उच्च न्यायालय।
  • स्थानीय सरकार: पंचायती राज, शहरी स्थानीय स्व-शासन
  • भारतीय राजनीति: राष्ट्र निर्माण की चुनौतियाँ, पार्टी प्रणाली, भारतीय राजनीति में हालिया विकास।
  • अंतर्राष्ट्रीय राजनीति: शीत युद्ध, समकालीन विश्व में शीत अमेरिकी आधिपत्य का अंत- परिदृश्य, साधन और चुनौतियाँ।
  • भारत की विदेश नीति: उद्देश्य, संयुक्त राष्ट्र में भारत की भूमिका, भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका, भारत और गुटनिरपेक्ष आंदोलन; भारत की विदेश नीति के समक्ष चुनौतियाँ।

भाग – II स्नातक स्तर www.sarkaripariksha.net

  • राजनीतिक सिद्धांत: पारंपरिक और आधुनिक
  • राज्य: प्रकृति, कार्य, संप्रभुता,
  • सरकार: अंग – विधायिका: संसद (यूके और फ्रांस), कांग्रेस (यूएसए), संघीय विधानसभा (स्विट्जरलैंड)।

कार्यपालक: राजा और प्रधानमंत्री (यू.के.), राष्ट्रपति (यू.एस. और फ्रांस)।

न्यायपालिका- न्यायिक प्रणाली (यूके), संघीय न्यायपालिका (यूएसए), प्रशासनिक कानून और प्रशासनिक न्यायालय (फ्रांस)।

  • शक्तियों का पृथक्करण, नियंत्रण एवं प्रकार – लोकतंत्र एवं तानाशाही, संसदीय एवं राष्ट्रपति, संघीय एवं एकात्मक।
  • प्रतिनिधित्व के सिद्धांत, यूके, यूएसए, फ्रांस में राजनीतिक दल और दबाव समूह: यूके और यूएसए।
  • राजनीतिक विचार: प्लेटो, अरस्तू, कौटिल्य, मैकियावेली, हॉब्स, लॉक, रूसो, बेंथम, मिल, मार्क्स, गांधी, अरबिंदो, अंबेडकर, नेहरू, लोहिया।
  • भारतीय लोकतंत्र की गतिशीलता: पार्टी, जाति, क्षेत्र, नया समाज
  • भारत के पड़ोसी देशों के साथ संबंध

 

भाग – III स्नातकोत्तर स्तर www.sarkaripariksha.net

  • व्यवहारवाद और उत्तर-
  • राजनीतिक व्यवस्था, संरचनात्मक-कार्यात्मकता, राजनीतिक विकास और राजनीतिक
  • भारत में चुनाव, राजनीतिक भागीदारी और मतदान व्यवहार, नागरिक
  • अंतर्राष्ट्रीय राजनीति के अध्ययन के दृष्टिकोण और राष्ट्रीय शक्ति और राष्ट्रीय हित की अवधारणाएँ।
  • अंतर्राष्ट्रीय संगठन: संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय संघ, आसियान, सार्क और गुटनिरपेक्ष आंदोलन – भूमिका और प्रासंगिकता।

भाग – IV (शिक्षाशास्त्र, शिक्षण अधिगम सामग्री, शिक्षण अधिगम में कंप्यूटर और सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग)

  1. शिक्षाशास्त्र और शिक्षण अधिगम सामग्री (किशोर शिक्षार्थियों के लिए अनुदेशात्मक रणनीतियाँ)
    • संचार कौशल और इसके
    • शिक्षण मॉडल- अग्रिम आयोजक, अवधारणा प्राप्ति, सूचना प्रसंस्करण, पूछताछ प्रशिक्षण।
    • शिक्षण-अधिगम सामग्री की तैयारी और उपयोग
    • सहयोगी

II. शिक्षण-अधिगम में कंप्यूटर और सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग

  • आईसीटी, हार्डवेयर और की अवधारणा
  • प्रणाली
  • कंप्यूटर सहायता प्राप्त शिक्षा, कंप्यूटर सहायता प्राप्त अनुदेशन

*****

स्कूल लेक्चरर पद हेतु प्रतियोगी परीक्षा हेतु :-

प्रश्न पत्र अधिकतम 300 अंक का होगा ।

  1. प्रश्न पत्र की अवधि तीन घंटे होगी ।
  2. प्रश्न पत्र में 150 प्रश्न होंगे , जिनमें से प्रत्येक में एक से अधिक प्रश्न होंगे।
  3. मूल्यांकन में नकारात्मक अंकन लागू होगा। प्रत्येक गलत उत्तर के लिए उस विशेष प्रश्न के लिए निर्धारित अंकों में से एक तिहाई अंक काट लिए जाएंगे।
  4. पेपर में निम्नलिखित विषय शामिल होंगे:-
    • संबंधित विषय का ज्ञान: वरिष्ठ माध्यमिक स्तर
    • संबंधित विषय का ज्ञान: स्नातक
    • संबंधित विषय का ज्ञान: स्नातकोत्तर
    • शिक्षाशास्त्र, शिक्षण अधिगम सामग्री, शिक्षण अधिगम में कंप्यूटर और सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग।

RPSC FIRST GRADE SYLLABUS MATHS IN HINDI

राजस्थान लोक सेवा आयोग, अजमेर

व्याख्याता (स्कूल शिक्षा) गणित के पद के लिए परीक्षा का पाठ्यक्रम

पेपर – II

भाग- I वरिष्ठ माध्यमिक स्तर

  1. बीजगणित:

वास्तविक गुणांकों के साथ द्विघात समीकरण, मूलों और गुणांकों के बीच संबंध, दिए गए मूलों के साथ द्विघात समीकरण का निर्माण। मूलों के सममित कार्य, रैखिक और द्विघात असमानताएँ। जटिल संख्याओं का बीजगणित, जोड़, गुणा, संयुग्मन, ध्रुवीय निरूपण, मापांक और मुख्य तर्क के गुण, त्रिभुज असमानताएँ, एकता के घनमूल, ज्यामितीय व्याख्याएँ। अंकगणित और ज्यामितीय प्रगति, अंकगणित और ज्यामितीय माध्य, अनंत ज्यामितीय श्रृंखला, अंकगणित-ज्यामितीय प्रगति। पहले ‘n’ प्राकृतिक संख्याओं का योग, पहले ‘ n’ प्राकृतिक संख्याओं के वर्गों और घनों का योग, गिनती का मूल सिद्धांत। फैक्टोरियल n । क्रमचय और संयोजन और सरल अनुप्रयोग। घातांक और लघुगणक श्रृंखला, द्विपद प्रमेय (सकारात्मक अभिन्न सूचकांक और किसी भी सूचकांक के लिए), सामान्य शब्द और मध्य शब्द, द्विपद गुणांक के गुण।

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2. मैट्रिक्स और निर्धारक:

आव्यूह, आव्यूहों का बीजगणित, आव्यूहों के प्रकार, क्रम दो और तीन के निर्धारक, निर्धारकों के गुण, निर्धारकों और प्राथमिक रूपांतरणों का उपयोग करके वर्ग आव्यूह के व्युत्क्रम का सहायक और मूल्यांकन, निर्धारकों और आव्यूहों का उपयोग करके दो या तीन चरों में युगपत रैखिक समीकरणों की संगति का परीक्षण और समाधान।

3. सेट, संबंध और फलन:

सेट और उनके निरूपण। विभिन्न प्रकार के सेट। वेन आरेख। सेट पर ऑपरेशन। डी-मॉर्गन के नियम और उन पर आधारित व्यावहारिक समस्याएँ। क्रमित युग्म, संबंध, संबंधों का डोमेन और सह-डोमेन, तुल्यता संबंध। संबंध के विशेष मामले के रूप में फ़ंक्शन, डोमेन, सह-डोमेन, फ़ंक्शन की श्रेणी, व्युत्क्रमणीय फ़ंक्शन, सम और विषम फ़ंक्शन, इनटू, ऑनटू और वन-टू-वन फ़ंक्शन, विशेष फ़ंक्शन (बहुपद, त्रिकोणमितीय, घातांक, लघुगणक, घात, निरपेक्ष मान, सबसे बड़ा पूर्णांक आदि), योग, अंतर, गुणनफल और फ़ंक्शन की संरचना। व्युत्क्रम त्रिकोणमितीय फ़ंक्शन (केवल मुख्य मान) और उनके प्राथमिक गुण।

4. विश्लेषणात्मक ज्यामिति:

  • दो आयाम: कार्तीय निर्देशांक, दो बिंदुओं के बीच की दूरी, खंड सूत्र, मूल का विस्थापन। विभिन्न रूपों में एक सीधी रेखा का समीकरण, दो रेखाओं के बीच का कोण, एक रेखा से एक बिंदु की दूरी; दो दी गई रेखाओं के प्रतिच्छेद बिंदु से होकर जाने वाली रेखाएँ, दो रेखाओं के बीच के कोण के समद्विभाजक का समीकरण, रेखाओं की संगामिति; त्रिभुज का केन्द्रक, लंबकेन्द्र, अंतःकेन्द्र और परिवृत्त। द्वितीय डिग्री का सामान्य समीकरण। शंकु की प्रकृति। विभिन्न रूपों में एक वृत्त का समीकरण, एक पैरामीट्रिक के स्पर्शरेखा, अभिलंब और जीवा का समीकरण

 

वृत्त के समीकरण, वृत्त का सीधी रेखा/वृत्त से प्रतिच्छेद, दो वृत्तों के प्रतिच्छेद बिंदुओं से होकर गुजरने वाले वृत्त का समीकरण और वृत्त और सीधी रेखा का समीकरण। परवलय, दीर्घवृत्त और अतिपरवलय का समीकरण, उनके नाभियाँ, दिशाएँ और उत्केन्द्रता, पैरामीट्रिक समीकरण, स्पर्शरेखा और अभिलंब के समीकरण। बिन्दुपथ पर आधारित समस्याएँ। शंकु का ध्रुवीय समीकरण, स्पर्शरेखा, अभिलंब, अनंतस्पर्शी, संपर्क की जीवा, सहायक वृत्त, शंकु का निर्देशक वृत्त और संबंधित समस्याओं का ध्रुवीय समीकरण।

  • तीन आयाम: दो बिंदुओं के बीच की दूरी, दिशा कोसाइन और दिशा अनुपात, अंतरिक्ष में एक सीधी रेखा का समीकरण, तिरछी रेखाएँ, दो रेखाओं के बीच सबसे छोटी दूरी, एक समतल का समीकरण, एक समतल और एक रेखा से एक बिंदु की दूरी, एक समतल और एक रेखा का कार्तीय और सदिश समीकरण। (i) दो रेखाओं के बीच का कोण,

(ii) दो समतल (iii) एक रेखा और एक समतल। सहसमतलीय रेखाएँ।

www.sarkaripariksha.net

5. कलन:

सीमाएँ, सातत्य और अवकलनीयता। दो कार्यों के योग, अंतर, गुणनफल और भागफल का विभेदन। त्रिकोणमितीय, व्युत्क्रम त्रिकोणमितीय, लघुगणकीय, घातांकीय, मिश्रित और अंतर्निहित कार्यों का विभेदन; द्वितीय और तृतीय क्रम व्युत्पन्न। रोले और लैग्रेंज के माध्य मान प्रमेय, व्युत्पन्नों के अनुप्रयोग: राशियों के परिवर्तन की दर, एकरस बढ़ते और घटते कार्य, एक चर, स्पर्शरेखा और सामान्य के कार्यों के अधिकतम और न्यूनतम।

प्रतिअवकलज के रूप में समाकलन, प्रतिस्थापन द्वारा, आंशिक भिन्नों द्वारा तथा त्रिकोणमितीय सर्वसमिकाओं का उपयोग करके समाकलन द्वारा विभिन्न प्रकार के कार्यों का समाकलन। निश्चित समाकलन तथा उनके गुण, सरल वक्रों, विशेषकर रेखाओं, वृत्तों/परवलयों/दीर्घवृत्तों आदि के चापों के अंतर्गत क्षेत्रफल ज्ञात करने में निश्चित समाकलनों का अनुप्रयोग, उक्त वक्रों के बीच का क्षेत्रफल (क्षेत्र स्पष्ट रूप से पहचान योग्य होना चाहिए)।

6. वेक्टर बीजगणित: www.sarkaripariksha.net

सदिश और अदिश, सदिश का परिमाण और दिशा। सदिशों के दिशा कोसाइन/अनुपात। सदिशों के प्रकार (बराबर, इकाई, शून्य, समानांतर और समरेख सदिश आदि), एक बिंदु का स्थिति सदिश, एक सदिश का ऋणात्मक, एक सदिश के घटक, सदिशों का योग, एक सदिश का अदिश से गुणन, एक रेखाखंड को दिए गए अनुपात में विभाजित करने वाले बिंदु का स्थिति सदिश। सदिशों का अदिश (बिंदु) गुणनफल, एक सदिश का एक रेखा पर प्रक्षेपण। सदिशों का सदिश (क्रॉस) गुणनफल। अदिश और सदिश त्रिगुण गुणनफल और उनसे संबंधित समस्याएं।

7. सांख्यिकी और प्रायिकता:www.sarkaripariksha.net

समूहीकृत एवं अवर्गीकृत डेटा के लिए मानक विचलन, विचरण एवं माध्य विचलन। फैलाव एवं इसके विभिन्न माप।

प्रायिकता: किसी घटना की प्रायिकता, प्रायिकता के योग और गुणन प्रमेय, सशर्त प्रायिकता, बेयस प्रमेय, यादृच्छिक चर का प्रायिकता वितरण, बर्नौली परीक्षण और द्विपद वितरण।

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भाग- II स्नातक स्तर

  1. अमूर्त बीजगणित:

समूहों की परिभाषा और उदाहरण। समूहों के सामान्य गुण, समूह के किसी तत्व का क्रम। क्रमचय: सम और विषम क्रमचय।

 

क्रमपरिवर्तन। चक्रीय समूह, केली का प्रमेय। उपसमूह, सहसमुच्चय, लैग्रेंज का प्रमेय, उपसमूहों का गुणन प्रमेय, संयुग्मी तत्व, संयुग्मी संकुल, समूह का केंद्र, सरल समूह, समूह का केंद्र, तत्व और संकुल का सामान्यक। सामान्य उपसमूह, भागफल समूह, प्राथमिक मूल गुणों के साथ समूह समरूपता और समरूपता, समूहों में समरूपता का मूल प्रमेय। समूहों के समरूपता प्रमेय।

रिंग सिद्धांत: रिंगों का परिचय, शून्य विभाजक, विभाजन रिंग, रिंग के आदर्श, भागफल रिंग, इंटीग्रल डोमेन और फील्ड्स, उनके उदाहरण और गुण।

2. जटिल विश्लेषण: www.sarkaripariksha.net

जटिल कार्यों के कार्य, सीमाएँ, निरंतरता और अवकलनीयता। विस्तारित समतल और उसका गोलाकार निरूपण, विश्लेषणात्मक फ़ंक्शन की अवधारणा, कॉची-रीमैन समीकरणों का कार्टेशियन और ध्रुवीय रूप। हार्मोनिक फ़ंक्शन, विश्लेषणात्मक फ़ंक्शन का निर्माण, अनुरूप मानचित्रण, द्विरेखीय परिवर्तन और इसके गुण, निश्चित बिंदु, क्रॉस अनुपात, व्युत्क्रम बिंदु।

3. कलन:

ध्रुवीय निर्देशांक। त्रिज्या सदिश और स्पर्शरेखा के बीच का कोण। ध्रुवीय रूप में वक्रों के बीच का कोण। ध्रुवीय उप-स्पर्शरेखा और ध्रुवीय उप-सामान्य की लंबाई, एक वक्र का पेडल समीकरण, एक चाप के व्युत्पन्न, वक्रता, विभिन्न सूत्र, वक्रता का केंद्र और वक्रता की जीवा और संबंधित समस्याएं। आंशिक विभेदन, समरूप कार्यों पर यूलर का प्रमेय, आंशिक विभेदन का श्रृंखला नियम, दो स्वतंत्र चर और एक संबंध से जुड़े तीन चर के कार्यों का मैक्सिमा और मिनिमा, अनिर्धारित गुणकों की लैग्रेंज विधि। अनंतस्पर्शी, दोहरे बिंदु, वक्र अनुरेखण, लिफ़ाफ़े और उत्कर्ष। बीटा और गामा कार्यों का सिद्धांत। चतुर्भुज और सुधार। क्रांति के ठोसों का आयतन और सतह। एकीकरण के संकेत के तहत विभेदन और एकीकरण। क्षेत्रों और आयतनों को खोजने में दोहरे और तिहरे अभिन्न का मूल्यांकन और उनके अनुप्रयोग। डिरिचलेट का अभिन्न अंग। एकीकरण के क्रम में परिवर्तन और ध्रुवीय निर्देशांक में बदलना।

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4. विभेदक समीकरण:

प्रथम क्रम तथा प्रथम घात के साधारण अवकल समीकरण, प्रथम क्रम के किन्तु प्रथम घात के नहीं अवकल समीकरण, क्लेरॉट समीकरण, सामान्य तथा विलक्षण हल, अचर गुणांक वाले रैखिक अवकल समीकरण, समरूप अवकल समीकरण, द्वितीय क्रम रैखिक अवकल समीकरण, प्रथम क्रम के युगपत रैखिक अवकल समीकरण, प्रथम क्रम के आंशिक अवकल समीकरण, लैग्रेंज विधि द्वारा हल।

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5. वेक्टर कैलकुलस:

कर्ल, ग्रेडिएंट और डाइवर्जेंस और इन ऑपरेटरों से संबंधित पहचान और संबंधित समस्याएं। स्टोक, ग्रीन और गॉस प्रमेयों पर आधारित समस्याएं।

6. तीन आयामों की विश्लेषणात्मक ज्यामिति:

  • क्षेत्र: विभिन्न रूपों में एक क्षेत्र का समीकरण, स्पर्शरेखा तल, ध्रुव और ध्रुवीय, दो क्षेत्रों का प्रतिच्छेद, लम्बकोणीय क्षेत्र।
  • शंकु, आवरण शंकु, स्पर्शरेखा तल, पारस्परिक शंकु, तीन परस्पर लंबवत जनरेटर, लम्ब वृत्तीय शंकु।
  • सिलेंडर, दायां गोलाकार सिलेंडर, लिफाफा

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7. स्थैतिकी और गतिकी:

सह-समतलीय बलों की संरचना और संकल्प, दो दी गई दिशाओं में एक बल के घटक, सहवर्ती बलों का संतुलन, समानांतर बल और क्षण, घर्षण, आभासी कार्य और सामान्य श्रृंखला।

वेग और त्वरण, रेडियल और अनुप्रस्थ दिशाओं के साथ-साथ स्पर्शरेखीय और सामान्य दिशाओं में वेग और त्वरण, स्थिर त्वरण के तहत सरल रैखिक गति, गति के नियम, प्रक्षेप्य, सरल हार्मोनिक गति, परिवर्तनशील नियमों के तहत आयताकार गति।

भाग- III स्नातकोत्तर स्तर

  1. रैखिक बीजगणित और मीट्रिक स्थान:

सदिश समष्टि की परिभाषा और उदाहरण, सदिश समष्टि का उपसमष्टि, रैखिक संयोजन, सदिशों की रैखिक निर्भरता और स्वतंत्रता। सदिश समष्टि का प्रत्यक्ष गुणनफल और उपसमष्टि का आंतरिक प्रत्यक्ष योग। परिमित रूप से उत्पन्न समष्टि के आधार और आयाम, भागफल समष्टि, समरूपता, रैखिक परिवर्तन (समरूपता), रैखिक परिवर्तन की रैंक और शून्यता। मैट्रिक्स का अभिलक्षणिक समीकरण, आइगेन मान और आइगेन सदिश, केली-हैमिल्टन प्रमेय। मीट्रिक समष्टि की परिभाषा और उदाहरण, समुच्चय का व्यास, परिबद्ध समुच्चय, खुला क्षेत्र, समुच्चय का आंतरिक बिंदु और आंतरिक भाग, समुच्चय का व्युत्पन्न और समापन, बंद समुच्चय, बंद क्षेत्र, खुले और बंद समुच्चयों के गुण, समुच्चय का सीमा बिंदु, अभिसारी और कौशी अनुक्रम, पूर्ण मीट्रिक समष्टि, कैंटर का प्रतिच्छेद प्रमेय। बोलजानो-वीयरस्ट्रास प्रमेय, हेन-बोरेल प्रमेय, सघनता, संबद्धता, कैंटर का त्रिगुण समुच्चय।

2. इंटीग्रल ट्रांसफॉर्म और विशेष फ़ंक्शन:

लाप्लास रूपांतरण: परिभाषा और इसके गुण। हेरफेर के नियम, व्युत्पन्न और समाकलन के लाप्लास प्रमेय, व्युत्क्रम लाप्लास रूपांतरण के गुण, संवलन प्रमेय, जटिल व्युत्क्रम सूत्र, स्थिर और परिवर्तनीय गुणांक वाले साधारण अंतर समीकरणों के समाधान के लिए अनुप्रयोग। फूरियर रूपांतरण: फूरियर साइन और कोसाइन और जटिल रूपांतरण की परिभाषा और गुण, संवलन प्रमेय।

लीजेंड्रे का बहुपद/ फलन: लीजेंड्रे का अवकल समीकरण और संबंधित लीजेंड्रे का अवकल समीकरण, प्रथम और द्वितीय प्रकार के लीजेंड्रे फलनों के सरल गुण और समाकल क्रम के संबंधित लीजेंड्रे फलन।

बेसल फ़ंक्शन, जनरेटिंग फ़ंक्शन, इंटीग्रल फ़ार्मूले, पुनरावृत्ति संबंध; बेसल फ़ंक्शन के योग सूत्र और अन्य गुण।

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3. विभेदक ज्यामिति और टेंसर

विभेदक ज्यामिति: अंतरिक्ष में वक्र – इकाई स्पर्शरेखा सदिश, स्पर्शरेखा रेखा, सामान्य रेखा और सामान्य तल की परिभाषा। वक्र और सतह का संपर्क।

टेंसर; निर्देशांकों का रूपांतरण, कंट्रावेरिएंट और कोवेरिएंट सदिश, द्वितीय क्रम टेंसर, उच्च क्रम टेंसर। टेंसरों का जोड़, घटाव और गुणा, संकुचन, भागफल नियम, सममित और तिरछा सममित टेंसर: द्वितीय क्रम के संयुग्म सममित टेंसर, मूलभूत

टेंसर, संबद्ध टेंसर, क्रिस्टोफेल प्रतीक, क्रिस्टोफेल प्रतीकों का परिवर्तन कानून, वैक्टर और टेंसर का सहपरिवर्ती विभेदन।

4. संख्यात्मक विश्लेषण

अंतर ऑपरेटर और फैक्टोरियल संकेतन, बहुपद के अंतर, आगे और पीछे के प्रक्षेप के लिए न्यूटन के सूत्र। विभाजित अंतर, विभाजित अंतर और सरल अंतर के बीच संबंध। न्यूटन के सामान्य प्रक्षेप सूत्र, लैग्रेंज प्रक्षेप सूत्र। केंद्रीय अंतर, गॉस, स्टर्लिंग और बेसेल प्रक्षेप सूत्र। संख्यात्मक विभेदन। संख्यात्मक एकीकरण, न्यूटन-कोट्स चतुर्भुज सूत्र, गॉस, चतुर्भुज सूत्र, अभिसरण, त्रुटियों का अनुमान, ट्रांसेंडेंटल और बहुपद समीकरण, द्विभाजन विधि, पुनरावृत्ति की विधि, ट्रेपेज़ॉइडल, सिम्पसन और वेडल के नियम।

5. अनुकूलन तकनीक

उत्तल सेट और उनके गुण। सिंप्लेक्स विधि। रैखिक प्रोग्रामिंग में द्वैत की अवधारणाएँ। द्वैत प्रोग्रामिंग की रूपरेखा। असाइनमेंट समस्याएँ, परिवहन समस्याएँ। खेलों का सिद्धांत: प्रतिस्पर्धी रणनीतियाँ, मिनिमैक्स और मैक्सिमिन मानदंड, सैडल पॉइंट के साथ और बिना दो-व्यक्ति शून्य-योग खेल।

भाग – IV (शिक्षाशास्त्र, शिक्षण अधिगम सामग्री, शिक्षण अधिगम में कंप्यूटर और सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग) www.sarkaripariksha.net

  1. शिक्षाशास्त्र और शिक्षण अधिगम सामग्री (किशोर शिक्षार्थियों के लिए अनुदेशात्मक रणनीतियाँ)
    • संचार कौशल और इसके
    • शिक्षण मॉडल- अग्रिम आयोजक, अवधारणा प्राप्ति, सूचना प्रसंस्करण, पूछताछ प्रशिक्षण।
    • शिक्षण-अधिगम सामग्री की तैयारी और उपयोग
    • सहयोगी

II. शिक्षण-अधिगम में कंप्यूटर और सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग

  • आईसीटी, हार्डवेयर और की अवधारणा
  • प्रणाली
  • कंप्यूटर सहायता प्राप्त शिक्षा, कंप्यूटर सहायता प्राप्त अनुदेशन

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RPSC FIRST GRADE SYLLABUS GK IN HINDI

स्कूल लेक्चरर पद हेतु प्रतियोगी परीक्षा हेतु :-

प्रश्न पत्र अधिकतम 300 अंक का होगा ।

  1. प्रश्न पत्र की अवधि तीन घंटे होगी ।
  2. प्रश्न पत्र में 150 प्रश्न होंगे , जिनमें से प्रत्येक में एक से अधिक प्रश्न होंगे।
  3. मूल्यांकन में नकारात्मक अंकन लागू होगा। प्रत्येक गलत उत्तर के लिए उस विशेष प्रश्न के लिए निर्धारित अंकों में से एक तिहाई अंक काट लिए जाएंगे।
  4. पेपर में निम्नलिखित विषय शामिल होंगे:-
    • संबंधित विषय का ज्ञान: वरिष्ठ माध्यमिक स्तर
    • संबंधित विषय का ज्ञान: स्नातक
    • संबंधित विषय का ज्ञान: स्नातकोत्तर
    • शिक्षाशास्त्र, शिक्षण अधिगम सामग्री, शिक्षण अधिगम में कंप्यूटर और सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग।

RPSC FIRST GRADE SYLLABUS GK IN HINDI

राजस्थान लोक सेवा आयोग, अजमेर

वरिष्ठ शिक्षक पद के लिए परीक्षा का पाठ्यक्रम

माध्यमिक शिक्षा विभाग पेपर- I

  1. राजस्थान का भौगोलिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं सामान्य ज्ञान:-
    • भौतिक विशेषताएँ, जलवायु, जल निकासी, वनस्पति, कृषि, पशुधन, डेयरी विकास, जनसंख्या वितरण, वृद्धि, साक्षरता, लिंग अनुपात, जनजातियाँ, उद्योग और प्रमुख पर्यटन केंद्र।

राजस्थान की प्राचीन संस्कृति एवं सभ्यता, कालीबंगन, आहाड़, गणेश्वर, बैराठ। www.sarkaripariksha.net

  • राजस्थान का इतिहास 8 वीं से 18 वीं शताब्दी तक
    • Gurjar Pratihars
    • अजमेर के चौहान
    • दिल्ली सल्तनत के साथ संबंध – मेवाड़, रणथंभौर और
    • Rajasthan and Mughals – Sanga, Pratap, Mansingh of Amer, Chandrasen, Rai Singh of Bikaner, Raj Singh of Mewar.

राजस्थान में स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास

  • क्रांति
  • राजनीतिक
  • Prajamandal
  • किसान और आदिवासी

राजस्थान का एकीकरण

  • समाज और धर्म
    • Lok Devta and
    • के संत
    • वास्तुकला – मंदिर, किले और
    • पेंटिंग्स – विविध
    • मेले और
    • रीति-रिवाज, पोशाक और
    • लोक संगीत और
    • भाषा और

राजस्थान की राजनीतिक एवं प्रशासनिक व्यवस्था:-

  • राज्यपाल का कार्यालय; भूमिका और कार्य।
  • मुख्यमंत्री एवं मंत्रिमंडल (राज्य मंत्रिपरिषद)।
  • राज्य सचिवालय और मुख्य
  • राजस्थान लोक सेवा का संगठन और भूमिका
  • राज्य मानवाधिकार
  • पंचायती राज (स्थानीय स्वशासन)।
  • राज्य विधान सभा में

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II. राजस्थान के समसामयिक घटनाक्रम:-

  • सामाजिक-आर्थिक, राजनीतिक, खेल और खेलकूद पहलुओं से संबंधित राज्य स्तर पर प्रमुख समसामयिक मुद्दे और घटनाएं।

 

III. विश्व एवं भारत का सामान्य ज्ञान:-

  • महाद्वीप, महासागर और उनकी विशेषताएं, वैश्विक पवन प्रणाली, पर्यावरणीय मुद्दे और रणनीतियां, वैश्वीकरण और इसके प्रभाव, जनसंख्या वितरण और
  • भारत:- भौतिक विशेषताएँ, मानसून प्रणाली, जल निकासी, वनस्पति और ऊर्जा

भारतीय अर्थव्यवस्था:-

  • भारत में कृषि, उद्योग और सेवा क्षेत्र में वृद्धि और विकास। भारत का विदेशी व्यापार: रुझान, संरचना और दिशा।

 

भारतीय संविधान, राजनीतिक व्यवस्था और विदेश नीति:-

  • भारत का संवैधानिक इतिहास, 1919 और 1935 के भारत सरकार अधिनियमों के विशेष संदर्भ में।
  • भारतीय संविधान- अम्बेडकर की भूमिका, संविधान निर्माण, मुख्य विशेषताएं, मौलिक अधिकार, मौलिक कर्तव्य, राज्य नीति के निर्देशक सिद्धांत।
  • भारतीय राष्ट्रपति और प्रधान मंत्री के कार्यालय
  • राजनीतिक दल और दबाव
  • भारत की विदेश नीति के सिद्धांत और उसमें नेहरू का योगदान
  • भारत और संयुक्त राष्ट्र संघ, वैश्वीकरण के विशेष संदर्भ के साथ अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में उभरती प्रवृत्तियाँ।

 

चतुर्थ. शैक्षिक मनोविज्ञान

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  • शैक्षिक मनोविज्ञान – इसका अर्थ, दायरा और कक्षा स्थितियों में शिक्षक के लिए निहितार्थ।
  • शिक्षार्थी का विकास – वृद्धि और विकास की अवधारणा, शारीरिक, भावनात्मक, संज्ञानात्मक, नैतिक और सामाजिक विकास।
  • सीखना – इसका अर्थ और प्रकार, सीखने के विभिन्न सिद्धांत और शिक्षक के लिए निहितार्थ, सीखने का स्थानांतरण, सीखने को प्रभावित करने वाले कारक, रचनावादी
  • व्यक्तित्व – अर्थ, सिद्धांत और मापन, समायोजन और इसकी क्रियाविधि,
  • बुद्धिमत्ता और सृजनात्मकता – अर्थ, सिद्धांत और मापन, सीखने में भूमिका, भावनात्मक बुद्धिमत्ता – अवधारणा और अभ्यास।

RPSC FIRST GRADE SYLLABUS MATHS IN HINDI

  • प्रेरणा – सीखने, उपलब्धि की प्रक्रिया में अर्थ और भूमिका
  • व्यक्तिगत अंतर – अर्थ और स्रोत, विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की शिक्षा – प्रतिभाशाली, धीमी गति से सीखने वाले और अपराधी।
  • शिक्षा में अवधारणा और निहितार्थ – आत्म अवधारणा, दृष्टिकोण, रुचि और आदतें, योग्यता और सामाजिक कौशल।

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वरिष्ठ अध्यापक पद हेतु प्रतियोगी परीक्षा हेतु:-

  1. प्रश्न पत्र में अधिकतम 200 अंक होंगे
  2. प्रश्न पत्र की अवधि दो घंटे की होगी।
  3. प्रश्न पत्र में 100 प्रश्न होंगे, जिनमें से प्रत्येक में एक से अधिक प्रश्न होंगे।
  4. पेपर में निम्नलिखित विषय शामिल होंगे:-
    • राजस्थान का भौगोलिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं सामान्य ज्ञान
    • राजस्थान के समसामयिक घटनाक्रम
    • विश्व और भारत का सामान्य ज्ञान
    • शैक्षणिक मनोविज्ञान
  5. मूल्यांकन में नकारात्मक अंकन लागू होगा। प्रत्येक गलत उत्तर के लिए उस विशेष प्रश्न के लिए निर्धारित अंकों में से एक तिहाई अंक काट लिए जाएंगे।